चंडीगढ़ डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने दिया इस्तीफा; हाउस टैक्स कमेटी से किया रिजाइन, बीजेपी और प्रशासन के अफसरों पर लगाया ये आरोप

 Chandigarh Deputy Mayor Taruna Mehta Resigns Due To Property Tax increased

Chandigarh Deputy Mayor Taruna Mehta Resigns Due To Property Tax increased

Deputy Mayor Taruna Mehta: चंडीगढ़ में बीजेपी पार्षद सामूहिक इस्तीफे की बात ही करते रह गए और वहीं कांग्रेस नेता व डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने इस्तीफा दे भी डाला। दरअसल, डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने नगर निगम की हाउस टैक्स कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। वह कमेटी की मेंबर थीं। चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी Tax बढ़ाए जाने के विरोध में तरुणा मेहता ने इस्तीफा दिया है। साथ ही बीजेपी और चंडीगढ़ प्रशासन के अफसरों पर मिलीभगत का आरोप भी लगाया है।

अब मीटिंग और कमेटी का कोई औचित्य नहीं

इस्तीफा देने के साथ तरुणा मेहता ने कहा कि, जब शहर में 3 गुना प्रॉपर्टी Tax बढ़ा दिया गया हो तो ऐसे में अब इस कमेटी का और मीटिंग करने का कोई औचित्य ही नहीं रह गया है। तरुणा मेहता ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि मेयर हरप्रीत कौर द्वारा नगर निगम हाउस की मीटिंग में प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाने का एजेंडा लाने से पहले इस हाउस टैक्स कमेटी में इस पर डिस्कशन क्यों नहीं की गई?

तरुणा मेहता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने एक सोची-समझी साजिश के तहत हाउस टैक्स कमेटी को नजरअंदाज किया और सीधे मेयर के जरिए टैक्स बढ़ाने का एजेंडा हाउस में लाकर फिर उसे जानबूझकर रिजेक्ट करवाया। इससे प्रशासन के लिए कानूनी तौर पर रास्ता साफ किया गया। ताकि प्रशासन खुद अपनी मनमर्जी से टैक्स बढ़ा सके और लागू कर सके।

बीजेपी और प्रशासन के अफसरों में मिलीभगत

तरुणा मेहता ने बीजेपी मेयर, पार्षदों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि यह फैसला जनता के हितों के खिलाफ है। बीजेपी और प्रशासन के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से तीन गुना प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाया गया है। अब जब पूरे शहर में बीजेपी के खिलाफ जनता के विरोध के स्वर ऊंचे हो चुके हैं तो घड़ियाली आंसू बहाते हुए बीजेपी के पार्षद इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं।

तरुणा मेहता ने कहा कि प्रशासन के आगे बेबस और लाचार मेयर और बीजेपी के पार्षदों द्वारा इस्तीफे की धमकी देना ये साबित करता है कि आज केंद्र की बीजेपी सरकार के अधीन आने वाले प्रशासन के अधिकारी बीजेपी की नहीं सुनते हैं, वो बेलगाम हो चुके हैं, जोकि इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। लेकिन आज चंडीगढ़ में अधिकारी किसी की न सुनते हुए सिर्फ अपनी मनमानी कर रहे हैं।

तरुणा मेहता ने कहा कि जिस बीजेपी के जिस प्रशासन ने प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाया है, उसने खुद करोड़ों रुपए टैक्स देना है, यानी डिफॉल्टरों की लिस्ट में शामिल है, वो ही टैक्स दे दे तो भी नगर निगम की नाजुक वित्तीय हालात में काफी राहत मिलेगी। तरुणा मेहता ने कहा  चंडीगढ़ कांग्रेस इस जनविरोधी फैसले के खिलाफ अपनी आवाज उठाती रहेगी। शहर की जनता हितों पर ऐसे कुठाराघात नहीं किया जा सकता।

चंडीगढ़ सांसद मनीष तिवारी ने भी उठाया था मुद्दा

इससे पहले चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में नगर निगम को कम फंड दिए जाने और प्रॉपर्टी टैक्स व कलेक्टर रेट को बढ़ाए जाने का मुद्दा संसद में उठाया था। तिवारी ने कहा था कि, एक तरफ जहां चंडीगढ़ नगर निगम केंद्र सरकार से मिल रहे कम फंड से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ प्रॉपर्टी टैक्स व कलेक्टर रेट बढ़ाकर चंडीगढ़ के लोगों पर बोझ डाल दिया गया है।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में चंडीगढ़ में बढ़ाए गए प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट को वापस लेने की मांग की थी। तिवारी ने कहा था कि, प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट बढ़ाकर लोगों पर जो इतना ज्यादा बोझ डाला गया है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। दरअसल, चंडीगढ़ में 1 अप्रैल 2025 से चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स और कलेक्टर रेट को तीन गुना बढ़ा दिया गया है।

चंडीगढ़ में BJP के सभी पार्षद दे सकते हैं इस्तीफा! प्रॉपर्टी Tax बढ़ाए जाने के विरोध पर कोई सुनवाई नहीं, अब बड़े फैसले के मूड में